मेदिनीनगर : भीषण गर्मी व उमस भरे इस मौसम में शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन कई बार लोगो को बिजली कटौती का सामना करना पड़ता हैं। लोगों का कहना है कि तेज धूप व उमस ने सभी को परेशान करके रखा है, ऊपर से बिजली की आंख मिचौली व बिजली कटौती इस समय आग में घी डालने का काम कर रही है।रात हो या दिन किसी भी वक्त बिजली गुल हो जाती है, एक दिन में आठ से दस बार बिजली गुल होना आम बात हो गई है।
बिजली की इस आंख मिचौली के कारण छोटे-छोटे बच्चों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं।क्षेत्र में कब बिजली आएगी और कब कटेगी, इसका कोई समय-सारणी नहीं है। बिजली कटौती ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। बावजूद इसके बिजली विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह स्थिति क्षेत्र में लगातार बनी हुई है। गर्मी के मौसम में लोगों को नियमित रूप से बिजली नहीं मिलने से परेशानी और भी बढ़ गई है।
वही बिजली उपभोक्ताओं का कहना है कि एक और तेज धूप और उमस गर्मी ने सभी को परेशान कर रखा है।ऊपर से बिजली की आंख मिचौली आग में घी डालने का काम कर रही है।रात हो या दिन बिजली की अघोषित कटौती से हर आयु वर्ग के लोग परेशान हैं. शहर के प्रसिद्ध मोती मिस्ठान के मालिक प्रभात कुमार गुप्ता कहते हैं कि बिजली कटौती से व्यापार और उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि बिजली की कटौती से बाजार में सोलर आधारित बिजली उपकरणों की मांग बढ़ी है।अब लोग सोलर उपकरण वाले पंखे और अन्य उपकरण की डिमांड कर रहे हैं।वहीं, किसानों का कहना है कि बिजली की कटौती से हरी सब्जी की खेती पर इसका असर पड़ रहा है।
ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सिचाई करने में काफी परेशानी हो रही है।शहर और ग्रामीण क्षेत्र के कई व्यापारियों को डीजल और जनरेटर से लगातार काम चलाना पड़ रहा है।वेल्डिंग दुकान,फोटोकॉपी दुकान, फर्नीचर दुकान में हजारों रुपए जनरेटर चलाने में डीजल में जल रहे हैं. लोग परेशान हो जा रहे हैं।एक ही दिन में छह से सात बार बिजली कट जा रही है. वहीं, रात में कई बार बिजली गुल हो जाना आम बात हो गया है।कई क्षेत्रों में लोग लो वोल्टेज के कारण पंखे व कुलर नहीं चला पा रहे हैं।